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बीएससी सेमेस्टर-1 जन्तु विज्ञान

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2022
पृष्ठ :180
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2657
आईएसबीएन :0

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बीएससी सेमेस्टर-1 जन्तु विज्ञान

प्रश्न- एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम की संरचना तथा कार्यों का विस्तृत वर्णन कीजिए। 

सम्बन्धित लघु उत्तरीय प्रश्न
1. एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
2. सपाट (अकणिकीय) व रुक्ष कणिकीय अन्तः प्रद्रव्यीय जालिकाओं की संरचना व कार्यों में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
3. एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम के मुख्य कार्यों का वर्णन कीजिए।

उत्तर -

एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम
(Endoplasmic Reticulum)

इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप द्वारा देखने पर एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम आधार द्रव्य या मैट्रिक्स में फैली हुई नलिकाओं या सारणियों की एक प्रणाली प्रतीत होती है। ये सारणियाँ केन्द्रकावरण या प्लाज्मा मेम्ब्रेन के समान मौलिक रचना वाली मेम्ब्रेनों द्वारा परिबन्धित रहती हैं। कभी-कभी ये मेम्ब्रेन तक विस्तृत प्रणाली बनाती हैं। कोशिकाओं में इस अंगक की उपस्थिति का पता सर्वप्रथम गारनियर (Garnier) ने सन् 1897 में एक साधारण माइक्रोस्कोप के द्वारा लगाया किन्तु इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप की सहायता से इसकी रचना एवं कार्यों के बारे में विस्तृत जानकारी पोर्टर, क्लाडे तथा फुलम (Porter, Claude and Fullum) ने 1945 में दी। इनके अनुसार एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम आपस में जुड़ी हुई एवं शाखित अत्यन्त महीन ट्ब्यूल्स तथा वैसिकिल्स का एक अत्यधिक जटिल जाल या सिस्टम है जो कोशिका के कोशाद्रव्य में प्लाज्मा मेम्ब्रेन तथा न्यूक्लियर मेम्ब्रेन के मध्य फैला रहता है। इसे साइटोप्लाज्मिक वैक्युओलर सिस्टम (cytoplasmic vacuolar system) भी कहते हैं। एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम एक सिरे पर प्लाज्मा मेम्ब्रेन तथा दूसरे सिरे पर न्यूक्लियर मेम्ब्रेन से सम्बन्धित रहती है। अतः यह माना जाता है कि प्लाज्मा मेम्ब्रेन, न्यूक्लियर मेम्ब्रेन तथा एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम तीनों एक ही रचनाएँ हैं तथा तीनों का उद्भव एक ही है। बैक्टीरिया एवं वाइरस आदि प्रोकैरियोटिक कोशिकाओं तथा स्तनियों की परिपक्व लाल रुधिर कोशिकाओं को छोड़कर एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम सभी प्राणी कोशिकाओं में पाया जाता है। जिन कोशिकाओं में प्रोटीन संश्लेषण अधिक सक्रिय रूप में पाया जाता है जैसे पैन्क्रियास और अन्तःस्रावी ग्रन्थि (pancreas and endocrine gland) की कोशिकाएँ, उनमें यह अंगक अधिक स्पष्ट एवं विकसित रूप में पाया जाता है।

 

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एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम की संरचना

एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम के आकार, आकृति, गुणों एवं कोशिका की अन्य रचनाओं से साहचर्य के आधार पर इसको निम्नलिखित वर्गों में बाँटा जा सकता है -

1. वेसिकिल्स (Vesicles) - यह 25-500 की लगभग वृत्ताकार या अण्डाकार रचनाएँ हैं। यह प्रोटीन संश्लेषण करने वाली कोशिकाओं जैसे पैन्क्रिएटिक तथा यकृत कोशिकाओं में पर्याप्त रूप से विकसित होता है।

2. सिस्टर्नी (Cisternae) - ये लम्बे, पतले तथा चपटे लैमिलर वेसिकल्स हैं जो 40- 50 मोटे तथा केन्द्रक के चारों ओर क्रमिक स्तरों के रूप में समान्तर कतारों में विन्यसित होते हैं। इस प्रकार का एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम भी उन सभी कोशिकाओं में सुविकसित पाया जाता है जिनमें प्रोटीन संश्लेषण की क्रिया अधिक सक्रिय होती है, जैसे- यकृत, पैन्क्रियास तथा मस्तिष्क की कोशिकाएँ।

3. नलिकाएँ (Tubules) - ये 50-100mm मोटी अनियमित रूप से शाखित नलिकायें हैं जो मुख्य रूप से रेटिना की रंजक एपिथीलियम कोशिकाओं तथा स्टेरॉयड्स के संश्लेषण में सक्रिय कोशिकाओं में पायी जाती है। यह गिनीपिग की स्पर्मेटिड्स तथा पेशी कोशिकाओं के साइटोप्लाज्म में अनियमित रूप से विन्यसित रहती है। पेशी कोशिकाओं में इसे सार्कोप्लाज्मिक रेटीकुलम कहते हैं।

उपर्युक्त तीनों प्रकार के एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम एक ही कोशिका में उसकी विभिन्न कोशिकीय विभाजन की अवस्थाओं में देखे जा सकते हैं किन्तु इसका विन्यास भिन्न-भिन्न प्राणियों की भिन्न-भिन्न ऊतक की कोशिकों में भिन्न-भिन्न होता है जैसे स्तनियों की यकृत कोशिकाओं में यह समान्तर रेखित पेशियों की कोशिकाओं में जाल के रूप में तथा पैन्क्रिएटिक कोशिकाओं में अनियमित रूप से विन्यसित होता है।

एक पूर्णतया विभेदीकृत कोशिका में एण्डोप्लाज्मिक प्रणाली अनेक उप- प्रणाली में विभाजित होती है -

1. केन्द्रक आवरण (Nuclear Envelope) - यह केन्द्रक के चारों ओर सिस्टर्नी या लैमिली के रूप में पाया जाता है जिसमें अनेक छिद्र होते हैं।
2. कोशिकाद्रव्यात्मक एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम (Cytoplasmic Endoplasmic Reticulum) - यह जालक, कणात्मक या रूक्ष रूप में (राइबोसोम कणिकाओं के साथ) तथा गाल्जी कॉम्पलैक्स से सम्बद्ध समतल या कंणरहित रूप में पाया जाता है।

एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम की परासंरचना (Ultrastructure of Endoplasmic Reticulum) - -इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी द्वारा अध्ययन करने पर एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम की सिस्टर्नी, वेसिकिल्स तथा नलिकाओं की गुहाएँ चारों ओर से पतली मेम्ब्रेन से घिरी होती हैं जो मोटाई में 50 से 60À तक होती हैं। प्लाज्मा मेम्ब्रेन तथा न्यूक्लियर मेम्ब्रेन की तरह एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम की मेम्ब्रेन भी संरचना में ट्राइलैमिनर होती है।

एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम के प्रारूप (Types of Endoplasmic Reticulum) - क्रियाशीलता एवं राइबोसोम्स की उपस्थिति अथवा अनुपस्थिति के आधार पर एक ही कोशिका में या विभिन्न कोशिकाओं में एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम निम्नलिखित दो रूपों में पाया जाता है:

1. अकणिकीय या स्मूथ एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम (Agranular or Smooth Endoplasmic Reticulum) - इस प्रकार का एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम उन कोशिकाओं में पाया जाता है, जो प्रोट्रीन संश्लेषण में भाग नहीं लेती हैं, जैसे वसा कोशिकाएँ, इण्टरस्टीसियल कोशिकाएँ, यकृत की ग्लाइकोजन संचय करने वाली कोशिकाएँ, स्पर्मेटोसाइट, श्वेत रुधिर कोशिकाएँ तथा पेशी कोशिकाएँ। इस प्रकार के एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम की सतह पर राइबोसोम्स अनुपस्थित होते हैं।

2. कणिकीय या रफ एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम (Granular or Rough Endoplasmic Reticulum) - इस प्रकार के एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम की सतह रफ या खुरदरी होती है क्योंकि इनकी सतह पर राइबोसोम्स पाये जाते हैं। उन सभी कोशिकाओं में जिनमें प्रोटीन संश्लेषण का कार्य सक्रिय रूप से पाया जाता है, इस प्रकार का एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम उपस्थित होता है, जैसे- प्लाज्मा कोशिकाएँ, गोबलैट कोशिकाएँ, पैन्क्रिएटिक कोशिकाएँ तथा यकृत कोशिकाएँ।

ण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम के कार्य (Functions of Endoplasmic Reticulum) - कोशिकाओं में एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम के निम्नलिखित कार्य हैं -

1. प्रोटीन संश्लेषण (Protein Synthesis) - कणिकीय एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम की मेम्ब्रेन की ऊपरी सतह पर राइबोसोम जुड़े हुए पाये जाते हैं। राइबोसोम न्यूक्लियर m - RNA के दिशा निर्देशन में नवीन प्रोटीन का संश्लेषण करते हैं।

2. लिपिड्स का संश्लेषण (Synthesis of lipids) जिन कोशिकाओं में लिपिड्स मैटाबॉलिज्म सक्रिय रूप से पाया जाता है, उनमें एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम अकणिकीय एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम के रूप में अधिक विकसित पाया जाता है। क्राइस्टनमैन (Christenmen, 1961) तथा क्लाउडे (Claude, 1968) के अनुसार लिपिड्स का संश्लेषण कोशिकाओं में अकणिकीय एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम की सतहों पर होता है।

3. ग्लाइकोजन का संश्लेषण (Synthesis of Glycogen) - यकृत में ग्लाइकोजन के कण उन यकृत कोशिकाओं में अत्यधिक मात्रा में संग्रहित पाये जाते हैं जिनमें अकणिकीय एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम अधिक विकसित पाया जाता है। इससे स्पष्ट होता है कि अकणिकीय एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम का ग्लाइकोजन संश्लेषण से घनिष्ट सम्बन्ध होता है।

4. पदार्थों का आदान-प्रदान (Exchange of Materials) - यह कोशिका में ऑस्मोटिक दबाव का तथा कोशिका में साइटोप्लाज्मिक मैट्रिक्स और एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम की गुहाओं के मध्य पदार्थों के विनिमय का नियमन करती है।

5. ATP संश्लेषण (Synthesis of ATP) - एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम की झिल्लियाँ कोशिका में ATP के संश्लेषण स्थान है। कोशिका की समस्त उपापचयी क्रियाओं तथा पदार्थों के परिवहन के लिये आवश्यक ऊर्जा प्रदान करती है।

6. आन्तरकोशिका परिवहन तन्त्र (Intercellular Transport) - एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम प्रत्येक कोशिका के अन्दर एक परिवहन तन्त्र की तरह कार्य करता है। बेन्नेट (Bennett, 1966) के अनुसार, मेम्ब्रेन फ्लो प्रत्येक कोशिका के अन्दर आने तथा उसके बाहर जाने वाले अणुओं तथा आयनों के लिये एक महत्वपूर्ण ट्रान्सपोर्ट मेकेनिज्म की तरह कार्य करता है।

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    अनुक्रम

  1. प्रश्न- कोशा कला की सूक्ष्म संरचना जानने के लिए सिंगर और निकोल्सन की तरल मोजैक विचारधारा का वर्णन कीजिए।
  2. प्रश्न- कोशिका सिद्धान्त से आप क्या समझते हैं? प्राणि कोशिका का नामांकित चित्र बनाइए तथा पाँच कोशिका उपांगों के मुख्य कार्यों का वर्णन कीजिए।
  3. प्रश्न- निम्नलिखित वैज्ञानिकों पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए - (i) एन्टोनी वान ल्यूवेन हॉक (ii) श्लीडेन तथा श्वान्स
  4. प्रश्न- अन्तरकोशिकीय संचार या कोशिका कोशिका अन्तर्क्रिया पर टिप्पणी लिखिए।
  5. प्रश्न- कोशिका-एडहेसन का वर्णन कीजिए।
  6. प्रश्न- निम्नलिखित पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए - (i) माइक्रोट्यूब्ल्स (ii) माइक्रोफिलामेन्टस (iii) इन्टरमीडिएट फिलामेन्ट
  7. प्रश्न- माइटोकॉण्ड्रिया की संरचना व कार्यों का वर्णन कीजिए।
  8. प्रश्न- एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम की संरचना तथा कार्यों का विस्तृत वर्णन कीजिए।
  9. प्रश्न- राइबोसोम की संरचना एवं कार्यों का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
  10. प्रश्न- परऑक्सीसोम पर टिप्पणी लिखिए।
  11. प्रश्न- वेंकटरमन रामाकृष्णन पर टिप्पणी लिखिए।
  12. प्रश्न- बाह्य प्रोटीन और समाकल प्रोटीन कोशिका कला की पारगम्यता को किस प्रकार प्रभावित करती हैं?
  13. प्रश्न- हरितलवक और माइटोकॉण्ड्रिया में मिलने वाले समान लक्षणों का वर्णन कीजिए।
  14. प्रश्न- परॉक्सीसोम किन कोशिकांगों के साथ मिलकर प्रकाशीय श्वसन (फोटोरेस्पिरेशन) की क्रिया सम्पन्न करता है? प्रकाशीय श्वसन के जैविक कार्यों की समीक्षा प्रस्तुत कीजिए।
  15. प्रश्न- केन्द्रक की संरचना का चित्र सहित वर्णन कीजिए।
  16. प्रश्न- उपयुक्त आरेखों के साथ गुणसूत्र आकारिकी व परासंरचना का वर्णन कीजिए।
  17. प्रश्न- “गुणसूत्रों की विशेष किस्में” विषय पर एक निबन्ध लिखिए।
  18. प्रश्न- न्यूक्लिक अम्ल क्या होते हैं? डी.एन.ए. की संरचना तथा प्रकृति का वर्णन कीजिए।
  19. प्रश्न- वाट्सन तथा क्रिक के द्वारा प्रस्तुत डी. एन. ए. की संरचना का वर्णन कीजिए तथा डी. एन. ए. के विभिन्न प्रकार बताइए।
  20. प्रश्न- राइबोन्यूक्लिक अम्लों की रचना का वर्णन कीजिए तथा इसके जैविक एवं जैव-रासायनिक महत्व पर प्रकाश डालिए।
  21. प्रश्न- मेसेल्सन एवं स्टेहल के उस प्रयोग का वर्णन कीजिए जो अर्द्ध-संरक्षी डी. एन. ए. पुनरावृत्ति को प्रदर्शित करता है।
  22. प्रश्न- जेनेटिक कोड पर टिप्पणी लिखिए।
  23. प्रश्न- गुणसूत्रों की रचना एवं प्रकार का वर्णन कीजिए।
  24. प्रश्न- न्यूक्लिओसोम का वर्णन कीजिए।
  25. प्रश्न- सहलग्नता क्या है? उचित उदाहरण देते हुए इसके महत्त्व की चर्चा कीजिए।
  26. प्रश्न- क्रॉसिंग ओवर को उदाहरण सहित समझाइए तथा इसके महत्व पर प्रकाश डालिए।
  27. प्रश्न- सेण्ट्रोसोम की परिभाषा लिखिए।
  28. प्रश्न- क्रोमेटिन के प्रकारों को बताते हुए हेटेरोक्रोमेटिन को विस्तार से समझाइये।
  29. प्रश्न- किसी एक प्रायोगिक साक्ष्य द्वारा सिद्ध कीजिये कि डी.एन.ए. ही आनुवांशिक तत्व है।
  30. प्रश्न- गुणसूत्र पर पाये जाने वाले विभिन्न अभिरंजन और पट्टिका प्रतिमानों का वर्णन कीजिए।
  31. प्रश्न- B गुणसूत्र का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
  32. प्रश्न- डी.एन.ए. और आर.एन.ए. में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
  33. प्रश्न- RNA कौन-सा आनुवंशिक कार्य DNA की तरह पूरा करता है?
  34. प्रश्न- नीरेनबर्ग तथा एच.जी.खोराना के योगदान का वर्णन कीजिए।
  35. प्रश्न- क्या RNA का एक स्ट्रेण्ड दूसरा स्ट्रेण्ड संश्लेषित कर सकता है?
  36. प्रश्न- DNA की संरचना फॉस्फोरिक एसिड, पेन्टोज शर्करा तथा नत्रजन क्षार से होती है। इसके वस्तुतः आनुवंशिक तत्व कौन से हैं?
  37. प्रश्न- वाटसन एण्ड क्रिक पर टिप्पणी लिखिए।
  38. प्रश्न- DNA की पुनरावृत्ति में सहायक एन्जाइमों का वर्णन कीजिए।
  39. प्रश्न- कोशिका चक्र से आप क्या समझते हैं? इण्टरफेज में पायी जाने वाली कोशिका चक्र की विभिन्न प्रावस्थाओं का वर्णन कीजिए।
  40. प्रश्न- समसूत्री कोशिका विभाजन का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए तथा समसूत्री के महत्व पर एक टिप्पणी लिखिए।
  41. प्रश्न- अर्धसूत्री कोशिका विभाजन का सविस्तार वर्णन कीजिए तथा इसके महत्व का उल्लेख कीजिए।
  42. प्रश्न- समसूत्री तथा अर्धसूत्री विभाजन में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
  43. प्रश्न- एक संकर संकरण क्या है? कम से कम दो उदाहरणों को बताइए।
  44. प्रश्न- स्वतन्त्र अपव्यूहन के नियम को समझाइए।
  45. प्रश्न- एक उपयुक्त उदाहरण देते हुए अपूर्ण प्रभाविकता पर एक टिप्पणी लिखिए।
  46. प्रश्न- जन्तुओं में लिंग निर्धारण की विभिन्न विधियों का वर्णन कीजिए।
  47. प्रश्न- मानव में लिंग निर्धारण कैसे होता है?
  48. प्रश्न- लिंग निर्धारण में प्राकृतिक कारकों के प्रभाव का उदाहरण सहित विस्तृत वर्णन कीजिए।
  49. प्रश्न- वंशानुगत तथा आनुवंशिकी में अन्तर बताइए।
  50. प्रश्न- आनुवंशिकी का जनक किसको वस्तुतः कहा जाता है?
  51. प्रश्न- समप्रभाविता की वंशागति को समझाइए।
  52. प्रश्न- “समलक्षणी जीवों की जीनी संरचना भिन्न हो सकती है। यह कथन सही है अथवा गलत? क्यों?
  53. प्रश्न- ग्रीगर जॉन मेण्डल के योगदान को रेखांकित कीजिए।
  54. प्रश्न- कौन-सा कोशिका विभाजन गैमीट पैदा करता है?
  55. प्रश्न- स्यूडोडोमिनेंस पर टिप्पणी लिखिए।
  56. प्रश्न- टेस्ट क्रॉस एवं बैक क्रॉस में अन्तर बताइए।
  57. प्रश्न- टेस्ट क्रॉस तथा बैक क्रॉस को समझाइए।
  58. प्रश्न- मानव में बार बॉडी के महत्व को समझाइये।
  59. प्रश्न- लिंग प्रभावित वंशागति एवं लिंग सीमित वंशागति में अन्तर बताइए।
  60. प्रश्न- लिंग सहलग्न, लिंग प्रभावित और लिंग सीमाबद्धित लक्षणों के बीच सोदाहरण विभेदकीजिए।
  61. प्रश्न- मेरी एफ. लिओन की परिकल्पना समझाइए।
  62. प्रश्न- कारण स्पष्ट कीजिए कि नर मधुमक्खी में शुक्राणुओं का निर्माण समसूत्री विभाजन द्वारा क्यों होता है?
  63. प्रश्न- ZW टाइप लिंग निर्धारण पर टिप्पणी लिखिए।
  64. प्रश्न- पक्षियों में लिंग निर्धारण प्रक्रिया का वर्णन कीजिए।
  65. प्रश्न- स्तनधारी मादा की शुरूआती अवस्था में कौन-सा X क्रोमोसोम हेट्रोक्रोमेटाइज हो जाता है, माता का या पिता का?
  66. प्रश्न- मल्टीपिल ऐलीलिज्म पर एक निबन्ध लिखिए।
  67. प्रश्न- Rh-तत्व क्या है? इसके महत्व एवं वंशागति का वर्णन कीजिए।
  68. प्रश्न- जीन की अन्योन्य क्रिया से आप क्या समझते हैं? उदाहरणों की सहायता से जीन की अन्योन्य क्रिया की विधि का वर्णन कीजिए।
  69. प्रश्न- सहलग्नता क्या है? उचित उदाहरण देते हुए इसके महत्त्व की चर्चा कीजिए।
  70. प्रश्न- क्रॉसिंग ओवर को उदाहरण सहित समझाइए तथा इसके महत्व पर प्रकाश डालिए।
  71. प्रश्न- एक स्त्री का रक्त समूह 'AB' व उसके बच्चे का रक्त समूह '0' है। कारण सहित स्पष्ट कीजिए कि उस बच्चे के पिता का रक्त समूह क्या होगा?
  72. प्रश्न- एक Rh + स्त्री, Rh पुरुष से शादी करती है। इनकी संतति में एरेथ्रोब्लास्टोसिस की क्या सम्भावना है?
  73. प्रश्न- लैंडस्टीनर के योगदान का वर्णन कीजिए।
  74. प्रश्न- रक्त समूह को समझाइए।
  75. प्रश्न- जिनोम को परिभाषित कीजिए।
  76. प्रश्न- 'गृह व्यवस्थापक जीन' या 'रचनात्मक जीन' के बारे में बताइये।
  77. प्रश्न- प्रभावी तथा एपीस्टेटिक जीन में क्या अन्तर है?
  78. प्रश्न- लीथल जीन्स पर टिप्पणी लिखिए।
  79. प्रश्न- पूरक जीन क्रिया को परिभाषित कीजिए।
  80. प्रश्न- गुणसूत्र पर पाये जाने वाले विभिन्न अभिरंजन और पट्टिका प्रतिमानों का वर्णन कीजिए।
  81. प्रश्न- हेट्रोक्रोमेटिन और उसके लक्षण पर टिप्पणी लिखिए।
  82. प्रश्न- क्रासिंग ओवर उद्विकास की प्रक्रिया है। स्पष्ट कीजिए।
  83. प्रश्न- लिंकेज ग्रुप पर टिप्पणी लिखिए।
  84. प्रश्न- सामान्य मानव कैरियोटाइप का वर्णन कीजिए।
  85. प्रश्न- गुणसूत्रीय विपथन पर एक निबन्ध लिखिए।
  86. प्रश्न- असुगुणिता किसे कहते हैं? विभिन्न प्रकार की असुगुणिताओं का वर्णन कीजिए तथा इनकी उत्पत्ति के स्रोत बताइए।
  87. प्रश्न- लिंग सहलग्न वंशागति से आप क्या समझते हैं? मनुष्य या ड्रोसोफिला के सन्दर्भ में इस परिघटना का उदाहरणों सहित विवेचन कीजिए।
  88. प्रश्न- क्लाइनफिल्टर सिंड्रोम कार्यिकी अथवा गुणसूत्र के असामान्य स्थिति का परिणाम है। स्पष्ट कीजिए।
  89. प्रश्न- मंगोलिज्म या डाउन सिन्ड्रोम क्या है?
  90. प्रश्न- टर्नर सिन्ड्रोम उत्पन्न होने के कारण एवं उनके लक्षण लिखिए।
  91. प्रश्न- समक्षार उत्परिवर्तन पर टिप्पणी लिखिए।
  92. प्रश्न- अनुप्रस्थ विस्थापन पर टिप्पणी लिखिए।
  93. प्रश्न- पोजीशन एफेक्ट क्या है? उदाहरण सहित वर्णन कीजिए।
  94. प्रश्न- लिंग सहलग्नता प्रक्रिया को समसूत्री नर व समसूत्री मादा में स्पष्ट कीजिए।
  95. प्रश्न- वर्णान्ध व्यक्ति रेलवे ड्राइवर क्यों नहीं नियुक्त किये जाते हैं?
  96. प्रश्न- मानव वंशागति के अध्ययन में क्या मुख्य कठिनाइयाँ हैं?
  97. प्रश्न- संक्रामक जीनों से आप क्या समझते हैं?
  98. प्रश्न- वंशावली विश्लेषण पर टिप्पणी लिखिए।
  99. प्रश्न- लिंग सहलग्न वंशागति के प्रारूप का वर्णन कीजिए।
  100. प्रश्न- अफ्रीकी निद्रा रोगजनक परजीवी की संरचना एवं जीवन चक्र का वर्णन कीजिए।
  101. प्रश्न- वुचरेरिया बैन्क्रोफ्टाई के वितरण, स्वभाव, आवास तथा जीवन चक्र का वर्णन कीजिए।
  102. प्रश्न- जिआर्डिया पर एक विस्तृत लेख लिखिए।
  103. प्रश्न- एण्टअमीबा हिस्टोलायटिका की संरचना, जीवन-चक्र, रोगजन्यता एवं नियंत्रण का वर्णन कीजिए।
  104. प्रश्न- अफ्रीकी निद्रा रोग क्या है? यह कैसे होता है? इसके संचरण एवं रोगजनन को समझाइए। इस रोग के नियंत्रण के उपाय बताइए।
  105. प्रश्न- फाइलेरिया क्या है? इसके रोगजनकता एवं लक्षणों तथा निदान का वर्णन कीजिए।
  106. प्रश्न- जिआर्डिया के प्रजनन एवं संक्रमित रोगों का विस्तार से वर्णन कीजिए।
  107. प्रश्न- जिआर्डिया में प्रजनन पर टिप्पणी लिखिए।
  108. प्रश्न- जिआर्डिया पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।

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